Manrega Payment Check Process: महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को 100 दिवस का कार्य दिया जा रहा है जो मजदूरी आधारित रोजगार दिलाने के लिए एक प्रमुख योजना है इस योजना की शुरुआत 2005 में की गई थी जिसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों को हटाना एवं बेरोजगारी को कम करना है। इसके अंदर व्यक्ति अपने ग्राम पंचायत स्तर पर नरेगा में कार्य करके अच्छा पैसा कमा सकते हैं ताकि वह अपने परिवार के साथ रहकर अपने घर का खर्चा चला सकें।
इस कार्य के लिए महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम 7 सितंबर 2005 को पारित किया गया था जिसको 2 फरवरी 2017 में लागू करके भारत के ज्यादा से ज्यादा ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को रोजगार दिया जाना शुरू किया गया था इसके अंदर शुरुआती में 200 जिलों का चयन किया गया था और 1 अप्रैल 2008 तक पूरे भारत के सभी राज्यों में समान रूप से रोजगार दिया जाना शुरू कर दिया गया था।
100 दिवस मजदूरी कार्य की गारंटी
यदि आपके पास भी एक जॉब कार्ड है तो आप अपने परिवार के साथ रहकर एक वर्ष में 100 दिनों का कार्य दिवस प्राप्त कर सकते हैं इसके लिए उसे मनरेगा जॉब कार्ड में आपका नाम होना चाहिए तो आप अपने ग्राम पंचायत स्तर पर कार्य कर सकते हैं इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी को हटाकर बेरोजगारी को कम करना है ताकि ग्रामीण क्षेत्र का विकास किया जा सके इसके अंतर्गत 100 दिनों की मजदूरी आधारित रोजगार देने की गारंटी दी जा रही है।
इसके अंतर्गत मजदूरों को न्यूनतम 100 दिनों की मजदूरी देने के लिए प्रावधान रखा गया है जिसमें रोजगार का अधिकार दिया जाता है एवं ग्रामीण क्षेत्र के रोजगार अधिकार से भुखमरी गरीबी को कम किया गया है एवं महिलाओं को सशक्त और मजबूती प्रदान करने के लिए भी यह योजना काफी महत्वपूर्ण साबित हुई है। क्योंकि इसके अंतर्गत एक तिहाई कम महिलाओं के लिए आरक्षित रखा गया है।
Manrega Payment Check Process ध्यान रखने योग्य बातें
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम की लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें भी हैं क्योंकि इसके अंतर्गत कुछ प्रावधान रखे गए हैं जिसमें 100 दिनों का गारंटी रोजगार ग्रामीण इलाकों में उपलब्ध करवाया जाता है इस कार्य को प्राप्त करने के लिए परिवार के जो सदस्य कार्य करना चाहता है उनका जॉब कार्ड में नाम होना अनिवार्य है जॉब कार्ड बनाने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर जाकर आवश्यक दस्तावेजों के साथ बनवा सकते हैं जिसके बाद मजदूरी का भुगतान मजदूर के बैंक अकाउंट में 15 दिनों के भीतर जमा कर दिया जाता है। इसके अंतर्गत जॉब कार्ड के आधार पर कार्य लेने का मुख्य उद्देश्य यह है कि किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी के बिना मनरेगा के कार्य का पैसा पारदर्शिता के साथ लाभार्थी के खाते में हस्तांतरित किया जा सके एवं यदि 15 दिन के भीतर किसी भी प्रकार का कार्य नहीं मिलता है तो सरकार द्वारा बता देने का भी हैंडलिंग रखा गया है।
इसके अलावा मनरेगा के अंतर्गत आपको ध्यान रखना होगा कि कितने दिवस का कार्य आपको प्राप्त हुआ है एवं उसे कार्य दिवस का कितना भुगतान आपके खाते में हो गया है यदि इससे संबंधित आपके पास जानकारी नहीं होगी तो किसी भी अधिकारी द्वारा धोखाधड़ी भी की जा सकती है एवं यदि आपको जानकारी होगी कि आपका कार्य का कितना भुगतान अभी तक बकाया है एवं किस तारीख को कितना भुगतान दिया गया है उससे संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
Manrega Payment स्टेटस चेक कैसे करें?
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के अनुसार 100 दिनों का कार्य उपलब्ध करवाया जा रहा है जिसका स्टेटस चेक करने के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर जॉब कार्ड या रिपोर्ट के विकल्प का चयन करना है वहां पर अपने राज्य एवं जिले का चयन करके ब्लॉक एवं पंचायत का चयन करें उसके बाद जॉब कार्ड वर्क डिटेल के विकल्प को चुनकर वहां पर जॉब कार्ड की लिस्ट में अपना नाम पर क्लिक करना है अब आपके कार्य दिवस एवं पैसे स्वीकृत किए गए भुगतान कब एवं किस खाते में मिले हैं उससे संबंधित जानकारी चेक कर सकते हैं।
मनरेगा पेमेंट स्टेटस चेक करने के लिए: यहां क्लिक करें।